माँ बगलामुखी जिन्हें है पीला रंग प्रिय
Who is Goddess Baglamukhi and why she loves yellow color .
माँ कात्यायनी की दस महाविद्याओ में से आठवे नंबर की विद्या है माँ बगलामुखी | इनका प्रकाट्य स्थल गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में माना जाता है | इन्हे सबसे अधिक पीला रंग प्रिय है अत: इन्हे पीताम्बरा देवी भी कहते है | माँ की पूजा से शत्रुओ का विनाश होता है और शुभता आती है |
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कैसा है माँ बगलामुखी का स्वरुप ?
सोने के सिंगासन पर पीली साड़ी पहने माँ विरजमान है | पीले रंगों के पुष्पों से माँ सज्जी हुई है | माँ का शरीर स्वरुप : नवयोवन है | माँ के त्रिनेत्र और चार हाथ है |
क्यों कहलाती है स्तम्भन की देवी ?
बगलामुखी माँ को वाक् शक्ति और स्तम्भन की देवी कहा जाता है | जिस भक्त पर इनकी कृपा हो जाये वो अपने सामने वाले को स्तमभीत आसानी से कर सकता है और अपनी बात मनवा सकता है |

शास्त्रों में आई कथा के अनुसार एक बार धरा पर विशाल तूफ़ान आया जो हर तरफ तबाही लाने की ओर आतुर हो रहा था | प्राणियों की रक्षा के लिए नारायण भगवान ने तब सौराष्ट्र देश में हरिद्रा सरोवर के समीप तप किया और माँ बगलामुखी का अवतरण हुआ | उन्होंने अपनी शक्ति से प्रलयकारी तूफ़ान का तुरंत स्तम्भन कर दिया | तब से माँ स्तम्भन की देवी पुकारे जाने लगी | कहते है वो रात्रि मंगलयुक्त चतुर्दशी की अर्धरात्रि थी | पर बहुत से लोग वैशाख मास की शुक्ल अष्टमी को इनकी जयंती मनाते है |
बगलामुखी जयंती कब आती है
वैशाख शुक्ल अष्टमी को देवी बगलामुखी का अवतरण दिवस कहा जाता है जिस कारण इसे मां बगलामुखी जयंती के रूप में मनाया जाता है | इस वर्ष 2019 में यह जयन्ती 12 मई , को मनाई जाएगी |
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