कैसे करे गणेश विसर्जन
Ganesh Visarjan Kaise Kare In Hindi
भगवान गणेश का जन्मोत्सव भाद्रपद मास में मनाया जाता है | भक्त गणेश जी की मूर्ति की स्थापना गणेश चतुर्थी को अपने घर पर विधि विधान से करते है | वे 10 दिनों (10 Days ) तक गणपति बप्पा की सेवा करते है , उन्हें भोग , धुप , दीप आदि से पूजा अर्चना करते है |
यह क्रम अनंत चतुर्दशी तक चलता है | देश में कई जगह बड़े बड़े पांडाल लगाकर यह गणेशोत्सव सामाजिक रूप से मनाया जाता है |
पढ़े : क्यों किया जाता है जल में गणेश विसर्जन
कब किया जाता है गणेश जी का विसर्जन
विसर्जन का अर्थ ही है पानी में मिल जाना (Mix Into Water) | अत: घर में विराजित गणेश प्रतिमा (Ganesh Idol) को किसी नदी तालाब या सागर में विसर्जित किया जाता है | कही कही गणेश महोत्सव 3 दिन का तो कही 5 दिन का पर ज्यादातर जगह यह उत्सव 10 दिन तक मनाया जाता है |
दसवे दिन आने वाली अनंत चतुर्दशी को फिर गणेश जी की विदाई की जाती है | यह विसर्जन बड़ी धूम धाम से ढोल नगारे और गणपति के जयकारे के बीच होती है | भक्त विदाई के समय गणपति बाप्पा को फिर अगले साल आने का निमंत्रण इस तरह देते है |
“ गणपति बप्पा मोरया , अगले वर्ष तो जल्दी आ || ”
कैसे करे गणेश जी की विदाई ( विसर्जन )
- विदाई वाले दिन उनके प्रिय भोग अर्पित करे और गणेश की दूर्वा घास से पूजा करे |
- अब एक सफेद पाटे पर गौ माँ के मूत्र और गंगा जल को छिडके |
- उसपे सफेद कपड़ा बिछाए और गुलाब के पुष्प , अक्षत बिछाये |
- चारो कोनो पर चार पूजा की सुपारी रखे |
- अब ढोल नगाड़ो की आवाज के साथ गजानंद का जयघोष करते हुए उन्हें विसर्जित करने की जगह पर लेकर जाये |
- भूल से भी गणेश जी की पीठ के दर्शन नही करे | यहा दरिद्रता का वास बताया गया है |
- जिस जल क्षेत्र में गणेश जी का विसर्जन करना है वह गणेश जी की आरती धूप और कर्पुर से करे | मन ही मन गणेश जी के मंत्रो का जप करे |
- यदि उनकी सेवा में कोई भूल हुई हो तो उसके लिए क्षमा मांगे |
- अगले साल फिर से अपने घर या पांडाल में आने का न्यौता दे |
- गणेश जी की प्रतिमा को पूरी श्रद्धा (Dedication) और सम्मान (Respect) से पानी में विसर्जित करे |
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नमो व्रातपतये नमो गणपतये नमः प्रमथपतये नमस्तेस्तु लम्बोदरायैक दन्ताय विध्ननाशने शिव सुताय श्री वरदमूर्तये नमः ।