जानिए पौष महीने का महत्व और इस माह पड़ने वाले व्रत और त्योहार
Poush Month Importance According to Hinduism
हिन्दू पंचाग की माने तो हर मास की अपनी विशेषता है | जैसे हर दिन किसी ना किसी देवी देवता की पूजा का विधान होता है वैसे ही हर हिन्दू मास भी अपनी अलग खासियत रखता है | विशेषकर पौष मास में सूर्य देवता की उपासना का महिना माना जाता है | इस मास में सूर्य देव अपनी दिशा बदलते है | साथ ही आइये जानते है इस मास में आने वाले मुख्य व्रत और त्योहारों के बारे में

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2019-2020 में कब आएगा पौष माह
इस साल 2019 में पौष माह 22 दिसंबर से शुरू हो रहा है जो अगले साल 2029 में 20 जनवरी तक रहेगा |
ज्योतिष पंचांग के अनुसार विक्रम संवत में पौष का महीना दसवां महीना होता है। इस मास में चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में रहता है अत: इसका नाम पौष रखा गया है |

शास्त्रों की माने तो पौष के महीने में सूर्य देवता की पूजा सूर्य देवता के भग नाम से की जाती है | यह भग ऐश्वर्य, धर्म, यश, श्री, ज्ञान और वैराग्य देने वाला होता है | पौष मास हमें सांसारिक कार्यो से ज्यादा धार्मिक कार्यो में ध्यान रखना चाहिए | इस मास में सूर्य आराधना का फल सबसे ज्यादा प्राप्त होता है |
पौष माह धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है । इस महीने दो विष्णु उपवास तिथियाँ एकादाशियां आएंगी पहली कृष्ण पक्ष को सफला एकादशी और दूसरी शुक्लपक्ष को पुत्रदा एकादशी। इस मास में आने वाली पूर्णिमा और अमावस्या का भी पितरो और दान के लिए अपना महत्व है ।
मकर संक्रांति का दान के रूप में महत्व अत्यंत बताया गया है | इस दिन सूर्य अपनी दिशा बदलकर उत्तर दिशा की तरफ झुक जाता है | पवित्र नदियों का स्नान कर सूर्य देवता को जल से अर्ध्य दिया जाता है फिर दीपक जलाकर सूर्य देव की आराधना की जाती है | फिर ब्राह्मणों और जरुरतमंदो को दान करना चाहिए |